क्या आप जानते है जैसे इंसान के अंदर दिल होता है ठीक वैसे ही कंप्यूटर का भी दिल होता है ? जी हाँ, आज का यह हमारा यह आर्टिकल कंप्यूटर के दिल के बारें में ही है। कंप्यूटर को Run करने के लिए कंप्यूटर के दिल यानी Operating System की आवश्यकता पड़ती है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम अनेक प्रकार के होते हैं। आज हम यहाँ पर Operating System In Hindi में बात करने वाले हैं। उम्मीद है, आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आएगा और आप कंप्यूटर के दिल यानी OS के बारें में Hindi में पढ़ पायेंगे। यहाँ आपको OS से जुड़े अनेक सवालों का जवाब मिलेगा, इसलिए इस आर्टिकल को स्कीप ना करें।
ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है – What is Operating System In Hindi
जब हम कंप्यूटर को चलाते है तो ऑपरेटिंग सिस्टम ही हमें कंप्यूटर को इस्तेमाल करने में मदद करता है। यदि किसी कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं होता है तो उस कंप्यूटर का उपयोग हम नहीं कर पाते हैं। इसी लिए Operating System को कंप्यूटर का दिल कहा जाता है। इसे सिस्टम सॉफ्टवेयर भी कहा जाता है।
इसका शोर्ट नाम OS है। जब हम कोई भी नया कंप्यूटर लेते है तो उसमे Windows लोड जरुर करवाते हैं, इसी Windows को हम ऑपरेटिंग सिस्टम कहते हैं। यह अनेक प्रकार के होते हैं, जिस तरह Windows 8, windows 10 और Mac यह सब ऑपरेटिंग सिस्टम ही कहलाते हैं। हम आगे ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार एंव इनके कार्यों की चर्चा करेंगे।
Computer में Application Run करने में OS की अहम भूमिका होती है, यदि हम कंप्यूटर में वर्ड पेड, फोटोशॉप, वीडियो प्लेयर, वीडियो एडिटर, गेम्स और अनेक प्रकार की Application चलाते हैं तब यही OS हमें Application से Connect करता है। मोबाइल में भी OS का उपयोग होता है ज्यादातर Android Os उपयोग में लिया जाता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के मुख्य कार्य
अब बात करते है की OS काम क्या करता है, हमने उपर पहली ही लाईन में बताया है कि ऑपरेटिंग सिस्टम को कंप्यूटर का दिल कहा जाता है। अब आप समझ सकते हैं की दिल के बिना इंसान कुछ नहीं है तो कंप्यूटर भी कुछ नहीं है। ऐसे में OS अनेक कार्यों के लिए कंप्यूटर में मौजूद होता है, हम यहाँ पर OS के कुछ मुख्य कार्यों के बारें में बात करेंगे। ताकि आपको Operating System In Hindi के बारें में पता चल पाए। आपके अनेक Doubts क्लियर हो पाए। यह कुछ मुख्य कार्य हैं जो Operating System करता है –
- Memory Management – मेमोरी प्रबंधन
- Processor Management – प्रोसेसर प्रबंधन
- File Management – फ़ाइल प्रबंधन
- Security Management – सुरक्षा प्रबंधन
- Troubleshooting – समस्या निवारण
- Device Management – डिवाइस प्रबंधन
- System Performance – सिस्टम प्रदर्शन
- Software and user Communications – सॉफ्टवेयर और यूजर संचार
Memory Management – Operating System ही किसी प्रोग्राम या डाटा के लिए Primary एंव Secondary Memory को मैनेज करता है। किसी भी OS प्रोग्राम में स्थिति मेमोरी में छोटे-छोटे खांचे होते हैं। इनका एड्रेस होता है और हर एक खांचे को अलग-अलग उपयोग के लिए OS उपयोग लेता है। ओएस अपने हिसाब से Manage करता है कि किस हिस्से का उपयोग करना है और कैसे करना है और किस हिस्से का उपयोग नहीं करना है। यह सब OS ही ऑपरेट करता है।
Processor Management – यहाँ ऑपरेटिंग सिस्टम Processor को सन्देश देता है यह Multitasking, Multiprogramming एंव Processing का काम करता है। OS यह सुनिश्चित करता है कि कौनसे Process को कब Processor से Connect करना है। एंव उसे कब तक एक्सेस करके रखना है। यह सब कार्य OS यानि Operating System ही करता है।
File Managements – ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर द्वारा जारी किसी भी Program को फाइल में store करता है, और यूजर को जरूरत पड़ने पर वह फाइल्स (Program) उपलब्ध करवाता है। आप समझ सकते हैं की अगर आपने किसी वर्डपैड फाइल्स में कुछ लिखा है तो वह आपको सेव करने पर आपके द्वारा निर्धारित की गई ड्राईव में मिलेगा। आप अपने अनुसार इसे किसी भी तरह की फाइल्स में store कर सकते है। यह काम Operating System ही करता है।
Security Management – जब आप कंप्यूटर में ओपनिंग Lock लगाते है या किसी भी फाइल्स पर पासवर्ड (सिक्यूरिटी) लगाते हैं तब उस फाइल्स को या कंप्यूटर को On करते वक्त हमसे पासवर्ड माँगा जाता है। यह सब कार्य OS के द्वारा ही होते है, यदि OS अपना काम सही से ना करें तो कंप्यूटर की Security Issues बढ़ सकते हैं।
Troubleshooting – Operating system ही कंप्यूटर में आई किसी भी तरह की समस्या का हल ढूढता है और उसे सही करता है। आपके कंप्यूटर में कभी-कभी किसी तरह का error आता है तो Troubleshooting के लिए कहा जाता है।
यह OS ही यूजर को Communicate करके कहता है। जब यूजर error को Troubleshoot करता है तो OS अपने आप उस ERROR को फिक्स कर देता है। साधारण शब्दों में कहें तो ऑपरेटिंग सिस्टम ही हमारे सिस्टम को ऑटो सही करने की क्षमता रखता है, उसमे टेक्नीकल प्रॉब्लम को अपने आप सुधारता है।
Device Management – Computer में मौजूद Input और Output डिवाइस को कंट्रोल करने के लिए Operating System कार्य करता है।
System Performance – हमारे सिस्टम की Performance को देखकर उसे इम्प्रूव करने का काम OS का होता है। OS एक सर्विस के लिए कितना समय लगाता है उसे रिकॉर्ड करके रखता है।
Software and User Communication – System में मौजूद सॉफ्टवेयर और यूजर यानि सिस्टम को उपयोग करने वाले के साथ बात करने का जरिया Operating System बनता है। Operating System ही यूजर को सिस्टम के साथ जोड़ता है। हम कह सकते हैं की OS हमें हमारे सिस्टम से कनेक्ट करता है और हम इसके जरिये हम अपने सिस्टम में मौजूद किसी भी सॉफ्टवेयर को चलाने में सक्षम होते हैं।
ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम – Name Of Operating System In Hindi
ऑपरेटिंग सिस्टम जो मुख्यत: उपयोग में लिए जाते हैं। हम यहाँ पर Operating System के नाम बता रहे है जो इस तरह है –
- Windows
- Apple IOS
- Apple MacOS
- Linux Operating System
- Unix
- Chrome OS
- Windows Vista
- Windows 7
- Windows Phone
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार – Operating system type in hindi
हमने आपको अनेक मुख्य ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम बताये है, यह अनेक प्रकार के होते है। यहाँ हम Operating System के प्रकार बताने वाले हैं। OS के प्रकार इस तरह है –
- Batch Proceeding operating System।
- Multiprogramming System।
- MultiProcessor Operating System।
- Distributed System।
- Network Operating System।
- Real Time Operating System।
- Time Sharing Operating System।
- Simple Batch Operating System
Batch Proceeding Operating System in Hindi – यह ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर के शुरुआती दिनों में बना था। इसे हम सबसे पुराना ऑपरेटिंग सिस्टम भी कह सकते हैं। इसका उपयोग पहले जमाने में किसी एक निश्चित कार्य को करने के लिए किया जाता था।
इसमें एक जॉब का समूह होता है जिसमे कार्य निश्चित होते हैं। यहाँ तक की इसमें एक समय में एक ही प्रोग्राम को चलाया जा सकता है। आज के समय में इसका उपयोग बहुत कम होता है। यह अक्सर उन बड़ी कंपनियों में उपयोग लिया जाता है जहाँ एक ही टास्क बार-बार किया जाता है। उस समय इस तरह के Batch Operating System की आवश्यकता होती है।
Multiprogramming operating system in Hindi – यह Operating System एक समय में अनेक कार्यों के लिए बनाया जाता है। यह एक समय में अनेक Task पुरे करने के लिए बनाया जाता है। इसे हम टास्क सेड्युल भी कह सकते है। खाली समय में CPU में टास्क सेड्युल किये जाते है और यह OS उन्हें ऑपरेट करके अनेक कार्य एक साथ करता है। असल में यह बहुत शानदार और बहुत तेज OS होता है।
Multiprocessor Operating System in Hindi – यह OS वहां उपयोग होता है जहाँ सिस्टम में बहुत सारे Processor मिलकर काम करते है। ऐसे सिस्टम में Multiprocessor OS का उपयोग किया जाता है। यह बहुत तेज और आसान होता है। इसमें हम एक साथ अनेक टास्क ओपन कर सकते है। इसकी स्पीड अन्य OS से काफी अच्छी होती है।
Distributed Operating System In Hindi – यह बहुत सारे Processor को मिलाकर बनाया गया होता है, इसमें अनेक कार्य एक साथ अलग-अलग यूजर कर सकते हैं। यदि किसी भी तरह का एक OS बेकार हो जाता है तो इसकी मदद से दूसरा OS उपयोग में लिया जा सकता है। इसमें अनेक रिसोर्स मौजूद होते है।
Network Operating System in Hindi – यह एक नेटवर्क आधारित कंप्यूटर में काम करता है, इनमे शेयर्ड फाइल्स, शेयर्ड सॉफ्टवेयर और प्रिंटिंग उपलब्धता से जुड़ा होता है। यह एक तरह का सॉफ्टवेयर होता है जो अनेक कंप्यूटर को एक साथ Communicate करता है।
यह दो तरह के होते है P2P और Clint Server Model। Peer to peer में यूजर को रिसौर्स शेयर करने के लिए Allow करता है। वहीँ Clint Server यूजर को अनेक तरह की अजादियाँ नहीं देता है। यह कॉस्टली होता है जबकि P2P बहुत सस्ता और अच्छा होता है।
Real Time Operating System – यह बहुत एडवांस ऑपरेटिंग सिस्टम है, यह फास्ट होता है और हम जैसे ही कंप्यूटर को Input देते है यह उसी उसी टाइम उसे store करता है और कंप्यूटर को सन्देश देता है। इसमें गलती होने के चांस बहुत कम है। इनका उपयोग Railway Tickets, Set light एंव Missile इत्यादि के सर्वर में किया जाता है। यह दो प्रकार के होते है एक हार्ड रियल टाइम और दूसरा सॉफ्ट रियल टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम।
Time sharing Operating system – यह बिलकुल Multitasking की तरह होता है, लेकिन इसमें CPU को टास्क पूरा करने के लिए समय दिया जाता है। एक Process को कम्पलीट करने के लिए OS टाइम देता है और उसी टाइम में वह काम पूरा होता है।
Simple Batch Operating System – यह एक पुराना ऑपरेटिंग सिस्टम है जो की आज के समय में बहुत कम उपयोग होता है। इसमें पहले कंप्यूटर ऑपरेटर के पास एक टास्क लेकर जाना पड़ता है उसके बाद वह उस कंप्यूटर में Process करता है। इसमें एक महीने से भी ज्यादा वक्त लगता था। जबकि आज के समय में AI की मदद से एक समय में अनेक तरह के टास्क कंप्यूटर अपने आप पुरे करने में सक्षम है।
निष्कर्ष
यहाँ आपने पढ़ा Operating System In Hindi के बारें में, अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी है तो इस आर्टिकल को शेयर जरुर करें और आपके दोस्तों के साथ OS की यह महत्वपूर्ण जानकारियां जरुर शेयर करें। ताकि आपके दोस्त को Hindi में एक अच्छी जानकारी मिल पाए। अगर आपका कोई सवाल है तो आप यहाँ पूछ सकते हैं, हम आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देंगे।
FAQ’s
Q.1 मोबाइल में कितने प्रकार के Operating System उपयोग होते हैं ?
- मोबाइल में अनेक तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम उपयोग होते है। इनमे से यह कुछ मुख्य है –
- Android।
- IOS- Apple Inc।
- Symbian।
- Blackberry OS।
- Windows OS।
- Bada।
- Palm OS(Garnet OS)
- Open WebOS।
Read more:
- Computer Ka Full Form Kya Hai – Full Form of Computer in Hindi
- Generation of computer in Hindi – कंप्यूटर की पीढियां
Q.2 कंप्यूटर के उपयोग में ऑपरेटिंग सिस्टम का महत्व क्या है ?
- अगर इंसान के पास दिल ना हो तो इंसान का वजूद नहीं है ठीक उसी तरह कंप्यूटर के पास OS होना आवश्यक है।
Q.3 क्या एंड्राइड OS का उपयोग हम कंप्यूटर में कर सकते हैं ?
- अभी तक एंड्राइड कंप्यूटर नहीं है आया है, लेकिन कंप्यूटर में एमुलेटर की मदद से हम एंड्राइड एप्लीकेशन को यूज़ कर सकते हैं। एमुलेटर एक थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर में मोबाइल एप्लीकेशन उपयोग करने के लिए उपलब्ध करवाता है।
Q.4 दुनिया का पहला ऑपरेटिंग सिस्टम कौनसा था ?
- IBM OS 360 है जो नवम्बर 1965 में रिलीज़ हुआ था।
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